
कामवासना, जो हमें बुरी रह अपना गुलाम बना कर रखती है, जिसके बहकावे में आकर हम लोग वो काम भी करते है जो हम नहीं करना चाहते।
कई सारे जो बड़े विद्वान बन सकते थे, कई सारे जो उंचे दर्जे पर पहुंच सकते थे लेकिन इस कामवासना के बहकावें में आकर उन्होंने अपने सारे लक्ष्य त्याग दिये, सारे सपने भूला दिये और आज सिर्फ एक औसत जिन्दगी जी रहे है।
इसलिये आज की पोस्ट में हम सीखेंगे कि किस तरह अपनी आदतों में छोटे छोटे बदलाव करके हम अपनी कामवासना के जाल से बाहर आ सकते है।
कामवासना क्या है ?
कामवासना या कामलिप्सा या लिबिडो का अर्थ है मैथुन की तीव्र इच्छा। जब व्यक्ति की संभोग करने की इच्छा बहुत ही तीव्र हो हो जाये तो उसे कामवासना कहा जाता है।
कामवासना से बचने के उपाय –
- 1 सही संगत
- 2 व्यायाम
- 3 सात्विक भोजन
- 4 लक्ष्य
- 5 त्याग
1) सही संगत

इस दुनिया में संगत का बहुत असर पड़ता है। कहा जाता है कि आप उन चार लोगों का औसत हो जिनके साथ आप हमेशा रहते हो।
तो अगर आप खुद को सही राह पर लाना चाहते हो , कामवासना से बचना चाहते हो तो आपको अपनी संगति को सुधारना होगा। आपको अपनी दोस्ती, आपको अपने रिष्तें उन लोंगों से रखने होंगे जिनकी बातें अष्लिलता से भरी हुयी नहीं है, जिनकी आंखों में किसी के लिये बुरी नज़र नहंी है, जो किसी लड़की को देखकर कोई गलत कमेंट नहंी करते, जो वीर्यरक्षा के महत्व को समझते है।
आपके दोस्त जो गलत सोच रखते है, जो केवल और केवल अष्लीलता से भरे मैसेज और विडियोज आपको भेजते है तो आज नहीं तो कल आपकी कामवासना आप पर हावी हो ही जायेगी लेकिन अगर आप ऐसे लोंगो के संगत में रहते हो जो वीर्यरक्षा के महत्व को समझते है और अपने लक्ष्यों को लेकर समर्पित है तो उनके साथ रहने से आपके जीवन पर भी असर पड़ेगा और आप भी उनकी ही तरह अपने जीवन में बेहतर करने लगोगे।
इसलिये हमेषा अपनी संगत सही लोगों के साथ रखें।
2) व्यायाम

व्यायाम यानि कि एक्सरसाइज या कसरत। जो लोग व्यायाम करते है उनका षरीर उनकी कामतउर्जा को उनके षरीर की मज़बुती में खर्च कर देता है जिससे उनकी कामवासना उन पर इतनी ज्यादा हावी नहंी होती जितनी एक व्यायाम ना करने वाले पर होती है।
जो लोग व्यायाम नही करते और दिन भर सिर्फ मोबाइल, टीवी या फिर लैपटोप में उल्टा सीधा कुछ भी देखते रहते है, उनकी उर्जा कहीं पर भी खर्च नहीं होती जिससे या तो कामवासना उन पर हावी हो जाती है और फिर वो उर्जा हस्तमैथुन के जरिये बाहर आ जाती है या अगर वो हस्तमैथुन ना करें तो स्वप्नदोश के जरिये बाहर आ जाती है।
व्यायाम से ना सिर्फ आपका षरीर मजबुत होता है बल्कि आपको अपने षरीर को उर्जावान और चुस्त बनाने में भी मदद मिलती है।
जब आप एक्सरसाइज करोगे तो आपका मन खुद ही आपको कामवासना के जाल में नहीं फंसने देगा और आप अपनी मर्जी से कामवासना से बचे रहोगे।
इसलिये हमेषा व्यायाम करते रहें।
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3) सात्विक भोजन

सात्विक भोजन से अर्थ है कि ऐसा भोजन जो ज्यादा तला हुआ ना हो, ज्यादा मिर्च मसाले वाला ना हो और ना ही ज्यादा बासी हो।
कहा जाता है कि, ‘‘जैसो खावे अन्न, वैसो होवे मन। ये बात षत प्रतिषत सही है। अगर आप हमेषा बाजार का तला भुना और मिर्च मसाले वाला खाना खायेंगे तो यही खाना आपकी कामवासना को भड़कायेगा और फिर किसी भी जरिये से आपका वीर्यनाष करवा देगा।
तो अगर आप वीर्यरक्षा कर रहे है और कामवासना से बचना चाहते है तो ये आपके लिये बहुत जरूरी है कि आप मौसमी फल और सब्जियां और ताज़ा चीज़े ही खायें। इससे ना सिर्फ आपकी सेहत अच्छी होगी बल्कि आपको अपनी वीर्यरक्षा में भी बहुत ज्यादा मदद मिलेगी।
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4) कामवासना और लक्ष्य

कामवासना अक्सर उन लोगों पर हावी होती है जिनके जिन्दगी में कोई उंचे और बड़े लक्ष्य नहीं होते या जो लोग सिर्फ जिन्दगी काट रहे होते है।
ऐसे लोग जो अपनी जिन्दगी से खुष नहीं है, ऐसे लोग जो अपनी जिन्दगी में कुछ करना नहीं चाहते तो ऐसे लोगों को कामवासना अपना षिकार बना ही लेती है।
आप खुद अपनी दिनचर्या पर गौर किजिये, क्या आप दिन भर में कुछ ऐसा करते है जो आपकी जिन्दगी को बेहतर बना सकता है या जो आपके लक्ष्यों को पूरा करने में मदद कर सकता है ? नहंी आप वो काम नहंी करते बल्कि आप दिन भर सिर्फ सोषियल मिडिया पर षॉर्ट विडियोस देखते रहते हो और उसमें कुछ अष्लील चीज़े देखकर अपनी कामवासना को भड़काते रहते हो।
याद रखना अगर किसी नाव पर कोई कप्तान ना हो तो उसे हवा अपने साथ बहा कर ले जाती है, उसी तरह आपकी जिन्दगी एक नाव है और कप्तान आपका लक्ष्य। तो, अगर लक्ष्य रूपी कप्तान आपकी जिन्दगी में नहंी होगा तो हवा रूपी कामवासना आपको बर्बादी की राह पर ले जाने में कोई कसर नहंी छोड़ेगी।
इसलिये हमेषा उंचे और बड़े लक्ष्य बनायें और उन्हें पूरा करने के लिये अपनी जिन्दगी न्यौछावर कर दें।
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5) त्याग

अगर कोई पुछे कि कामवासना से बचने का सबसे आसान रास्ता क्या है तो मैं कहुंगा कि, वो रास्ता त्याग है।
जब भी आप अपनी आरामदायक जिन्दगी यानि कि आपके कम्फर्ट जोन का त्याग करते हो, इन छोटी छोटी विडियोज देखने का त्याग करते हो, पोर्न और अष्लील चीज़े देखने की उठ रही इच्छाओं का त्याग करते हो, गलत और सेहत को नुकसान पहुंचाने वाली आदतों का त्याग करते हो तो कहीं ना कहंी आपकी कामवासना आप से हारने लगती है।
किसी भी जवान लड़के के लिये कामयाबी का सुत्र यही है कि वो अपने मन में उठ रही बुरी आदतों, इच्छाओं और सलाहों का त्याग करें और सही संगति, सात्विक आहार, व्यायाम और अपने लक्ष्यों पर अपनी जिन्दगी कुर्बान कर दें।
सारांश
अगर आप अपनी कामवासना से बचना चाहते है और खुद को वीर्यरक्षा की राह में आगे लाना चाहते है तो ये आपके लिये जरूरी है कि आप उपर दिये गये इन पांच नियमों का पालन करें।
अगर आप इन नियमों का पालन करेंगे तो आप देखेंगे कि आपकी कामवासना अब आपके नियंत्रण में आने लगी है।
धन्यवाद दोस्तों, पुरी पोस्ट पढ़ने के लिये। अगर आपको मेरी ये पोस्ट पसंद आई है तो अपने दोस्तों के साथ, भाईयों के साथ षेयर जरूर करें और हमारे पेज को फॉलों जरूर करें।
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