
हम सब चाहते है कि हम जिन्दगी में कामयाब हो सकें. अपनी जिन्दगी में बिना आलस करें अपने लक्ष्यों को हासिल करने के लिये मेहनत करते रहें।
लेकिन कुछ दिन मेहनत करने के बाद ही या शुरूआत करने में ही हमको आलस आने लगता है और फिर हम उस काम को टालना शुरू कर देते हैं। जब हमारे पास समय होता है कुछ ढंग का काम करने का लेकिन फिर भी हम उस समय को अपने आलस के कारण फालतु के काम जैसे कि इंस्टाग्राम पर रील्स देखना या युट्युब पर फालतु की विडियोस देखने में अपना समय बर्बाद कर लेते हैं और फिर पछताते है कि हमें जिन्दगीं में कामयाबी क्यों नहीं मिल रही ?
हममें से हर एक के अन्दर अपने लक्ष्य तक पहुंचने का जज़्बा है। हम सब चाहते है कि, हम कुछ काम करके अपने लक्ष्यों को पूरा कर लें। लेकिन कुछ दिन काम करने के बाद या शुरूआत करने में ही हम आलस दिखाने लगते है और या तो काम शुरू ही नहीं हो पाता या फिर हम उस काम को पूरा हीं नहीं कर पाते हैं।
आलस किस हद तक नुकसान करता है ?
कई सारे लोग जो जिन्दगी में बहुत ज्यादा कामयाब हो सकते थे लेकिन फिर भी वो लोग कामयाब नहीं हो सके केवल और केवल अपने आलस के कारण। हम चाहते तो है उस काम को करने का, लेकिन हमारा आलस हमसे कहता है कि, ‘नहीं, अभी रहने देते हैं, अभी कुछ देर टीवी देख लेते है, कुछ देर रील्स देख लेते है, कुछ देर बाहर घुम कर आ जाते है।‘
ऐसा आपके साथ कई बार हुआ होगा जब आप पढ़ाई करने बैठते हो। आपका मन आपसे कहता है कि थोड़ी देर मोबाइल चला लेते है उसके बाद पढ़ने बैठ जायेंगे। लेकिन कुछ देर में आपका आलस आप पर हावी हो जाता है और आप चाहकर भी पढ़ाई करने बैठ नहीं पाते है या बैठते भी है तो पढ़ाई में मन नहीं लगा पाते हैं।
आलस कैसे दुर करें।
आलस को दूर करने के लिये केवल एक दृढ़ संकल्प ही काफि है जिसमें आप खुद से कहें कि, ‘चाहे मेरा मन काम करने को कहे या ना कहे, पढ़ने का दिल करे या ना करें लेकिन फिर भी मैं इस तयसीमा तक काम करूंगा और उससे पहले तक मेरे मन में कोई और ख्याल नहीं आयेगा।‘
इस दृढ़ संकल्प के साथ ही यहां पर कुछ खास टीप्स दी गयी है जिनका अनुसरण करके आप आसानी से आलस से छुटकारा पा सकते हैं।
1) नींद पूरी लें

अगर आप सच में चाहते है कि हमें दिनभर आलस ना आयें और हम पूरे दिन उत्साह के साथ काम कर सकें तो उसके लिये हमारी नींद का पूरा होना बहुत ही ज्यादा जरूरी है।
कम से कम 8 घंटे की नींद अवश्य लें और सोने के कम से कम 2 घंटे पहले ही अपना मोबाइल छोड़ दें जिससे आपको नींद के आने में कोई भी समस्या नहीं आयेगी।
रोज़ रात को सोने से पहले और उठने के बाद खुद को सकरात्मक अफरमेशन ज़रूर दें जो कि हमने हमारे कोर्स में दी हुयी है।
2) समय पर सोने की आदत डालें।

किसी भी इंसान के लिये समय पर सोने की आदत का होना बहुत ही ज्यादा जरूरी है। आप चाहे सुबह उठकर स्कुल या काॅलेज जाते हो या आप अपने ऑफिस जाते हो या जीम जाते हो या फिर किसी भी काम से आपको सुबह उठकर जाना होता है तो आपके लिये एक निश्चित समय पर सोना बहुत ही जरूरी है।
उदाहरण के लिये, मान लिजिये आपको सुबह 8 बजे अपने स्कुल या ऑफिस जाना होता है और आप अगर हर रोज़ 12 बजने के बाद सोओगे तो आपकी नींद पूरी नहीं हो पायेगी और आपको फिर दिन भर उबासी या आलस आता रहेगा।
कुछ लोग कहेंगे कि मेरी नींद तो 6 घंटे में ही पूरी हो जाती है। उनके लिये कहना चाहता हुं कि हो सकता है कि आपकी नींद भले ही 6 घंटे में पूरी हो जाती हो लेकिन जितना मैंने पढ़ा है और जितना मेरा अनुभव है उस हिसाब से एक सामान्य इंसान के लिये 8 घंटे की नींद बहुत ही ज्यादा जरूरी है।
इसलिये हर रोज आप समय पर सोने की आदत डालें जिससे आपको 8 घंटे की नींद भी मिल जायें और आप अपने काम पर जाने के लिये तैयार होने और नाश्ता करने के लिए समय भी निकाल लेंवे।
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3) आज के काम को कल पर टालने की आदत त्यागें

आज जब मैं ये ब्लाॅग लिख रहा हुं तो मेरा भी मन कर रहा था कि मैं इसे कल लिख लुंगा और अपने कम्प्युटर को बन्द करने वाला था लेकिन मैंने इस बात को समझा कि, असल में कल शब्द का असल में कोई अस्तित्व ही नहीं है। हम जिस कल का इंतजार कल कर रहे थे वो आज है और अगर आज में हमनें काम नहीं किया तो कल भी उस काम को इसी तरह टालते रहेंगे।
इसलिये किसी को काम को कल पर टालने की आदत को पूरी तरह त्याग दें और जो भी काम सबसे ज्यादा जरूरी है उसे तयसीमा में ही कर डालें।
4) काम को बोझ ना समझें

प्रफुल्ल बिलौरे, हम सभी नें इनका नाम सुन रखा है जिन्होनें एक छोटे से ठेले से शुरू करके आज “एमबीए चाय वाला” को एक ब्रान्ड बना दिया है। इन्होंने एक बार कहा था कि, ‘या तो जिससे प्यार है उससे शादी कर लो या फिर जिससे शादी हो गयी है उससे प्यार कर लो।‘
ज्यादातर लोग अपने काम को इसलिये पसंद नहीं करते क्योंकि उनको उसमें मज़ा नहीं आ रहा होता या फिर किसी मजबुरी या आर्थिक समस्या के कारण उन्हें वो काम करना पड़ रहा होता है।
इस दुनिया में इंसान ही एक ऐसा जीव है जो सोच सकता है, अपने विचारों को बदल सकता है और उसी तरह अपनी जिन्दगी को भी बदल सकता है। अगर आप को अपना काम बोझ लगता है तो वो काम करिये जो आपको पसंद है या फिर जो काम मिला है उसी को पंसद कर लिजिये। हालांकि आप जिस काम को करना पसंद करते हो वो काम भी अगर आप लगातार करोगे तो वो काम भी आपका बोझ ही लगने लगेगा।
जो भी कामयाब लोग है उनको भी वो काम पसंद नहीं था जो वो करते थे लेकिन फिर भी कामयाब होने के लिये उन्होने उस काम को बोझ समझने के बजाय पूरी लगन के साथ उस काम को किया और आज वो लोग कामयाबी की शिखर पर है।
इसलिये अगर आप भी जिन्दगी में कामयाब होना चाहते है तो आपके लिये ये जरूरी है कि आप अपने काम को बोझ ना समझें। जो भी काम करने को मिलें उसे इस लगन के साथ करिये कि इससे आपको जिन्दगी में कामयाबी मिलने वाली है।
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5) काम के प्रति रूचि दिखाएं।

एक इंसान जो किसी काम को सिर्फ इसलिये कर रहा है ताकि उसका महीना पूरा हो और उसे तनख्वाह मिले और एक इंसान इसलिये काम करता है ताकि उसके ऑफिस की तरक्की हो। आपको क्या लगता है किसको जिन्दगी में कामयाबी मिलने वाली है, कौन जल्दी प्रमोशन की सीढ़िया चढ़ने वाला है ?
उसी तरह अगर एक इंसान सिर्फ इसलिये पढ़ता है ताकि वो परीक्षा में पास हो सके और दुसरी तरफ एक इंसान इसलिये पढ़ता है ताकि वो अपने प्रदेश में प्रथम स्थान पर आ सके तो आप बताइये किसको पूरस्कार मिलने वाला है ?
हम सभी ये बात जानते है कि उस व्यक्ति को जो अपने काम में ध्यान लगाता है, जो अपने काम को पूरे मन के साथ करता है उसी को जिन्दगी में कामयाबी मिलने वाली है।
इसलिये आप अगर आलसी नहीं बनना चाहते और अपने अपने काम को बेहतर तरिके से करना चाहते हो तो आप चाहे जो भी काम करें उसमें रूचि दिखाएं, उस काम को पूरी लगन के साथ करें।
6) डेली रूटिन

अगर आप चाहते है कि आपको अपने काम में आलस ना आये तो आपको अपने लिये दिन भर की एक दिनचर्या बनानी होगी ताकि आपको आलस करने का और फालतु में समय व्यर्थ करने का समय ही ना मिले।
ज्यादातर समय हम आलस सिर्फ इसलिये करते है क्योंकि हमारे पास कोई लक्ष्य या समय निर्धारित नहीं होता। हम बार बार काम को टालते रहते है और कहते है कि, ‘‘ये काम तो छोटा सा है, इसको तो मैं कल आराम से कर लुंगा।’’ लेकिन वो कल कभी आता ही नहीं है।
इसलिये अपने लिये एक समय सारणी बनाएं कि आपको किस समय पर क्या करना है और उस समय बिना आलस दिखाए आप उस काम को पूरा कर लें।
7) आलस या हेल्दी रहें

ज्यादातर हमारे आलस का कारण हमारा खान पान और हमारी लाइफ स्टाइल ही होती है। अगर हम फास्ट फुड, पैकेज्ड फुड या ज्यादा तली भुनी चीज़े खायेंगे तो हमारा शरीर इन चीज़ो से आलसी बन जाता है और बार बार काम को टालता रहता है।
साथ ही अगर आपके पास कोई लक्ष्य नहीं है और आप दिन भर बस घर में टाइमपास ही करते रहते हो तो भी आपकी बाॅडी एक्टिव नहीं रहेगी और आपका शरीर आलस से भर जायेगा।
अगर आप चाहते हो कि आपको आलस ना आये तो फिर आपको अपनी लाइफस्टाइल और खान पान पर ध्यान देना होगा ताकि आप हैल्दी रह सकें।
8) अच्छा खाना खायें।

जैसा कि उपर बताया गया है कि तली हुयी चीज़े या पैकेज्ड या फिर जंक या फास्ट फुड ज्यादा खाने से हमारी बाॅडी आलसी हो जाती है और फिर हमको काम करने का दिल नहीं करता है।
अगर आप आलसी नहीं बनना चाहते तो आपको अच्छा खाना खाने की आदत डालनी होगी जिसमें आते है ताजे फल और सब्जियां और मौसमी फल।
इन चीज़ो से आपकी बाॅडी एक्टिव रहेगी और आपको आलस से नहीं भरने देगी।
9) आलस या एक्सरसाइज़ करें

ऐसे लोग जो दिन भर में अपने लिये एक्सरसाइज के लिये 30 मिनिट भी नहीं निकाल पाते उन लोगों का आलसी होना स्वाभाविक है।
एक्सरसाइज से ना सिर्फ आपकी बाॅडी हैल्दी रहती है बल्कि एक्सरसाइज से आपकी बाॅडी में फिल गुड हार्मोन रिलिज होता है जिससे आपको खुश और एक्टिव रहने में मदद मिलती है।
एक्साइज के कारण आपकी बाॅडी को ताजा हवा मिल पाती है और पसीने के जरिये आपकी बाॅडी का फैट निकलता है जिससे आपकी बाॅडी एक्टिव रहती है और आपको आलस से नहीं भरने देती।
इसलिये हर रोज कम से कम 30 मिनिट एक्सरसाइज करने की आदत जरूर डालें।
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10) स्नान करें

स्नान यानि कि नहाने से ना सिर्फ हमारी बाॅडी बाहरी तौर पर साफ होती है बल्कि अन्दरूनी तौर पर भी नहाने से हमारा मन साफ होता है इसलिये हर धार्मिक कार्य करते समय नहाने को बहुत अधिक महत्व दिया गया है। अगर आप चाहते है कि आप जो काम कर रहे हैं उसमें आपको आलस ना आये तो आपको हर रोज नहाने की आदत डालना चाहिये।
उपसंहार
इन तरिको का अनुसरण करके आप आसानी से आलस से पीछा छुट सकते है लेकिन उससे भी ज्यादा जरूरी ये है कि आप अपनी इच्छाशक्तिा को मजबुत रखें, कभी भी मन के बहकावे में ना आये।
आपका मन आपको कभी भी आपको वो काम नहीं करने देगा जो कि सबसे ज्यादा जरूरी है बल्कि ये तो उन चीज़ों में आपको लेकर जायेगा जिसमें उसको मज़ा आता है भले ही इससे आपका नुकसान हो रहा हो।
कई सारे लोग ये बात जानते है कि अगर वो फालतु में टाइमपास ना करें और वे लोग वो काम करें जो कि जरूरी है, जो उन्हें उनकी मन्जिल दिला सकता है तो वो आसानी से जिन्दगी में कामयाब हो सकते है लेकिन फिर भी वे लोग उस काम को नहीं करते। सिर्फ फालतु में टाइमपास करते रहते हैं क्योंकि उनको उसमें मज़ा आता है।
यही मज़ा आगे जाकर आलस का कारण बनता है। फिर आपके लिये जरूरी काम से ज्यादा वो मज़ा जरूरी हो जाता है। आप बार बार उस मज़े के पीछे भागते हो अपने काम को लात मारकर।
अगली पोस्ट में हम बात करेंगे कि, आलस हमारी जिन्दगी को किस हद तक खराब करता है। मैं उम्मीद करता हुं कि आपको ये पोस्ट पसंद आई होगी और अगर पसंद आये तो अपने दोस्तों के साथ इस पोस्ट को शेयर जरूर करना और हमसे जुड़ने के लिये Nowaste Zindagi को फाॅलों जरूर करना।
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