
आज Nowaste Army Challenge को पूरे 15 दिन होने वाले है और आज हम सीखने वाले हैं कि अपना धैर्य कैसे बढ़ाया जाता है।
हम सबकी ज़िन्दगी में एक ऐसा समय ज़रूर आता है जब हम अपने धैर्य का बांध तोड़ देते है और जल्दबाज़ी में कोई ऐसा कदम उठा लेते है जिससे बाद में फिर हमारा ही नुकसान होता है।
आज की इस पोस्ट में हम जानेंगे कि धैर्य की कमी किस कारण से होती है और धैर्य कैसे बढ़ाया जा सकता है।
धैर्य में कमी के कारण
- तनाव और चिंता
- नींद की कमी के कारण
- मोबाइल और सोशियल मीडिया के कारण
- किसी चीज़ को लेकर अपने मन में बसे डर के कारण
- अपने उपर आयी जिम्मेदारियों के कारण
- बार बार मिल रही असफलता के कारण
- ज़िन्दगी में आयी किसी कठिन परिस्थिति के कारण
धैय कैसे बढ़ाया जाता है ?
1) अच्छी नींद लें
जब हम अच्छे से नींद नहीं लेते तो हमारी ज़िन्दगी में तनाव आने लगता है, हम चिढ़चिढ़े हो जाते है और हर काम को जल्दी जल्दी में निपटाने की कोशिश करते है, जिससे ना सिर्फ उस काम का परिणाम बिगड़ जाता है साथ ही हमें ढंग का परिणाम भी नहीं मिलता।
इसलिये कोशिश करें कि कम से कम 8 घंटे की भरपूर नींद लें और सुबह एक नयी शुरूआत के साथ काम करें।
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2) मेडिटेशन करें
आज के समय में हर एक इंसान को अपनी ज़िन्दगी बोझ लगने लगी है, कोई भी काम करने से ज्यादा लोग उससे दूर भागते है और कोशिश करते है कि कैसे भी करके ये काम जल्द से जल्द हो जाये।
लेकिन हर काम के पूरे होने का अपना एक समय होता है। जो लोग जल्दी काम पूरा करना चाहते है वो धैर्य नहीं रख पाते और काम को ही छोड़ देते है।अगर आपको भी ऐसी आदत है तो मेडिटेशन करने की आदत डालें।
मेडिटेशन करने से आपका मन शांत होगा और उस काम को पूरे मन से करने की इच्छा पैदा होगी जिससे की पूरे धैर्य के साथ आप उस काम को कर पाओगे।
3) सोशियल मिडिया का उपयोग कम करें
हमारे धैर्य के कम होने का कारण मोबाइल और सोशियल मिडिया ही है। हम जैसे ही पढ़ने बैठते है या कोई भी काम करते है तब एकदम से मोबाइल में नोटिफिकेशन बजती है और हम अपना ज़रूरी काम छोड़कर सोशियल मिडिया चलाने लगते है और इसी में हमारा किमती समय खर्च हो जाता है।
इसलिये अगर आप अपना धैर्य बढ़ाना चाहते है तो काम के वक्त अपना मोबाइल अपने पास से दूर रखें और सोशियल मिडिया का उपयोग कम करें।
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4) प्रक्रिया पर ध्यान दें
हम जिस भी काम की शुरूआत करते है तो सबसे पहले हमारे दिमाग में यही चीज़ आती है कि क्या हमें मिलने वाला है यानि कि हम परिणाम के बारे में सोचते है।
अगर किसी कारणवश हमें हमारा मनचाहा परिणाम नहीं मिलता तो हमारे धैर्य का बांध टुट जाता है और हम काम को छोड़ देते है।
लेकिन अगर आप परिणाम की जगह प्रक्रिया पर ध्यान देंगे तो आपका धैर्य बना रहेगा। आपको ये सोचने की बजाय कि इससे मुझे क्या मिलने वाला है, आप ये सोचिये कि इसमे मुझे क्या करना है।
5) नियंत्रण से बाहर की चीज़ो के बारें में ना सोचें
गीता में भी ये बात लिखी हुयी है कि, ‘‘कर्म कर फल की चिंता मत कर।’’ क्योंकि फल क्या होगा ये हमारे हाथ में है ही नहीं।
हमको तो जो काम दिया गया है केवल उसे बेहतर तरिके से करना है, उस काम में अपना सर्वश्रेश्ठ प्रदर्शन करना है फिर उसका परिणाम जो भी होगा वो बेहतर ही होगा।
एक बार परीक्षा देने के बाद ये चिंता करना बेकार है कि रिजल्ट क्या आयेगा। हो सकता है रिजल्ट को लेकर आपकी चिंता ज्यादा हो लेकिन परिणाम जो भी होगा वो आपके कर्म ही निश्चित करेंगे इसलिये जो नियंत्रण में नहीं है उसके बारे में ना सोचें।
6) पॉजिटिव रहें और खुद पर भरोसा रखें
चाहे आप अपना सर्वश्रेष्ठ ही क्यों ना दे दो लेकिन फिर भी ऐसा कई बार होगा कि आपको अपना मनचाहा परिणाम नहीं मिलेगा, तब अपना धैर्य कम ना करें।
अपनी गलतियों से सीखें, अपने अनुभव से सीखें और खुद पर भरोसा रखें। आप अपनी मेहनत से जिस स्तर पर हो ज्यादातर लोग उस जगह पर भी नहीं आ पाते।
इसलिये जो भी परिणाम मिले उसे पॉजिटिव रूप में लें और खुद पर भरोसा बनाएं रखें।
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7) तनाव से दूर रहें
तनाव के कई कारण हो सकते है जैसे कि, आपका जो टाइमलाइन दी गयी थी प्रोजक्ट पूरा करने की वो खत्म होने वाली है और आप जल्दबाज़ी में अपना काम कर रहो हो ताकि प्रोजेक्ट पूरा हो सके। लेकिन इतनी जल्दबाज़ी में काम और बिगड़ता जा रहा है। जिससे कि तनाव बढ़ता जाता है।
इससे बचने का सबसे आसान तरिका यही है कि जल्दबाज़ी ना करें, जितने भी दिन बचे है काम को पूरा करने के लिए उनका हिसाब लगाइये और दिन के हिसाब से काम को बांट लिजिये।
इससे आपको काम को सही समय में पूरा करने मे मदद मिलेगी और तनाव भी नहीं होगा।
अन्त में,,
किसी भी बढ़े काम को करने में धैर्य की ज़रूरत होती है। कोई भी काम एक बार में पूरा नहीं होता।
उस काम को पूरा करने में आपका धैर्य का बांध टुटेगा, तनाव होगा, चिढ़चिढ़ापन महसुस होगा लेकिन फिर भी हार ना मानें।
अपनी पूरी लगन के साथ काम को करते रहें, तनाव से दूर रहें औ मेडिटेशन के ज़रिये अपने मन में शांति बनाएं रखें।
इस बात को हमेशा याद रखें कि जल्दी मिली सफलता ज्यादा देर तक नहीं चलती और धैर्य के साथ किये गये हर काम में सफलता मिलती है। इसलिये हर एक काम में धैर्य बनाएं रखें और सफलता हासिल करें।
Nowaste Zindagi इसी चीज़ पर काम कर रही है कि आपको एक बेहतर ज़िन्दगी जीना सीखा सके। अगर आपके हमारा काम पसंद आये तो अपने दोस्तों के साथ इसे शेयर ज़रूर करें।
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