ब्रह्मचर्य एक ऐसा नियम है जिससे व्यक्ति को ना सिर्फ शारीरिक तौर पर बल्कि मानसिक तौर पर भी बहुत सारे फायदे मिलते है। इसके बारे में और जानने के लिए nowastezindagi से ज़रूर जुड़ जाना।
कहा जाता है कि, “अगर व्यक्ति गलत चीज़ों में ध्यान नहीं लगाए और सही रास्तें पर चले तो वो व्यक्ति महान बन जाता है।
Brahmacharya ke fayde in Hindi – हमारे देश भारत वर्ष में पहले ब्रह्मचर्य को बहुत अधिक महत्व दिया जाता था जिसमें व्यक्ति के युवा होने तक यानि कि 25 की उम्र तक ब्रह्मचर्य कराया जाता था।
इसके अंतर्गत स्त्री और पुरुष को अपने वीर्य की रक्षा करनी होती थी क्योंकि वीर्य ही पुरुषों की ताकत है और वीर्यनाश करने से ये ताकत खत्म होती जाती है और व्यक्ति अपने लक्ष्यों से दूर हो जाता है।
हमारे ऋषि मुनि साधु संत ब्रह्मचर्य को बहुत अधिक महत्व देते थे। उनकी ये मान्यता था कि इससे मोक्ष की प्राप्ति होती है। आइये अब हम जानते है कि ब्रह्मचर्य है क्या ?
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ब्रह्मचर्य क्या है ?
ब्रह्मचर्य का शाब्दिक अर्थ ब्रह्म में आचरण करना होता है जिसमें ब्रह्म का अर्थ है ब्रह्मा यानि कि परमात्मा और आचर्य का अर्थ है आचरण।
लौकिक भाषा में ब्रह्मचर्य का तात्पर्य, व्यक्ति को अपने पुरुषार्थ पर विजय प्राप्त करना और उसे आजीवन बनाये रखना ही ब्रह्मचर्य कहलाता है।
ब्रह्मचर्य का पालन करने से व्यक्ति के अंदर असीम शक्तियां भर जाती है। इसका पालन करने से व्यक्ति शारीरिक और मानसिक तौर पर मज़बूत होने लगता है इसीलिए शास्त्रों में वीर्यरक्षा को इतना अधिक महत्व दिया गया है। ब्रह्मचर्य का एक अर्थ ये भी है कि, सभी प्रकार की विषय इन्द्रियों का त्याग कर सुख समृद्धि और आनंद पाना है।
अब हम जानते है कि ब्रह्मचर्य के फायदे क्या क्या है ?
ब्रह्मचर्य के फायदे और लाभ
- हमारे शरीर की ऊर्जा बढ़ जाती है।
- हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है।
- हमारी मानसिक शक्ति बढ़ जाती है।
- चहरे पर तेज आ जाता है।
- दिमाग शांत रहने लगता है।
- हमारी उम्र बढ़ जाती है।
- आत्म नियन्त्र बना रहता है।
- हमारे आत्मविश्वास में बढ़ोतरी होती है।
- सभी के प्रति वफ़ादारी और इज़्ज़त बढ़ती है।
- वैवहिक जीवन में फायदा होता है।
- हर काम को करने में हमें आनंद मिलता है।
- ब्रह्मचर्य करने वाला सभी काम को करने में सक्षम होता है।
- शादी करने का डर खत्म हो जाता है।
- हमारी बॉडी लैंग्वेज सुधर जाती है।
- आकर्षक व्यक्तित्व हो जाता है।
- सामाजिक जीवन में फायदा मिलता है।
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ब्रह्मचर्य के फायदे क्या है ? | brahmachrya ke fayde in hindi
अब हम एक एक करके ब्रह्मचर्य के फायदों के बारे में जानते हैं –
1) शारीरिक ऊर्जा
ब्रह्मचर्य का पालन करने से हमारे शरीर की ऊर्जा बढ़ जाती है, हमारा शरीर मज़बूत होने लगता है। हमारे शरीर में पुरे दिन ये ऊर्जा बनी रहती है और ब्रह्मचर्य करने वाले व्यक्ति को किसी भी प्रकार की कमज़ोरी महसूस नहीं होती। उस व्यक्ति के उम्र बढ़ने के बाद भी शरीर में सभी प्रकार की बिमारियों से लड़ने की ताकत पाई जाती है।
ब्रह्मचर्य के पालन से व्यक्ति के शरीर में बल के साथ ही उत्साह, तेज में भी वृद्धि होती है और उसकी मांसपेशियों में ताकत भर जाती है। वह व्यक्ति कभी भी और किसी भी कठिन से कठिन संघर्ष में विचलित नहीं होता है।
2) रोग प्रतिरोधक क्षमता
ब्रह्मचर्य का पालन करने वाले व्यक्ति के शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है जिस कारण उसे किसी भी प्रकार की बीमारी परेशां नहीं करती है और शरीर में उत्साह, उत्सुकता, फुर्ती और ऊर्जा का भण्डार महसुस होता है।
3) मानसिक शक्ति
ब्रह्मचर्य का पालन करने वाले व्यक्ति की मानसिक शक्ति मज़बूत होती है। ऐसा व्यक्ति कभी भी तनाव का शिकार नहीं होता और वो अपनी ज़िन्दगी में जो भी फैसले लेता है वो अटल और सही होते है।
ब्रह्मचर्य करने का फायदा ये भी है कि इससे हमारी स्मरण शक्ति यानि कि किसी भी चीज़ को याद करने की शक्ति बढ़ जाती है। जिससे हम किसी भी चीज़ को आसानी से भूलते नहीं है और इससे हमें ज़िन्दगी में हर तरह के संघर्षों में कामयाबी प्राप्त करने में मदद मिलती है।
4) ब्रह्मचर्य और तेज
ब्रह्मचर्य का पालन करने से हमारे चेहरे पर तेज आने लगता है। हमारा चेहरा ओजस्वी दिखने लगता है, चेहरे पर चमक आने लगती है। इसका पालन करने वाले व्यक्ति को जो भी देखता है वो उसकी ओर आकर्षिक हो जाता है।
ऐसा व्यक्ति अपने ऊपर पूरी तरह से नियंत्रण बनाये रखता है लेकिन दूसरे लोग उसकी ओर आकर्षिक ज़रूर होते है।
यदि कोई भी व्यक्ति इसका पालन करता है तो पुरुष और स्त्री सभी इसकी और आकर्षित होते है और साथ ही दुनिया की हर कुदरती चीज़ इसकी और आना चाहती है।
यदि कोई स्त्री ब्रह्मचर्य का पाठ करती है तो पुरुष की ब्रह्मचर्य और स्त्री की पवित्रता में अध्भुत शक्ति दिखाई देती है।
5)ब्रह्मचर्य और शांत दिमाग
ब्रह्मचर्य का पालन करने व्यक्ति का मन और दिमाग पूरी तरह शांत हो जाता है, सारी वासनाएं खत्म हो जाती है जिससे मन को बड़ा सुकून और शांति मिलती है। ऐसे व्यक्ति का मन स्थिर पानी की तरह शांत हो जाता है।
ब्रह्मचर्य का पालन करने में समय ज़रूर लगता है लेकिन अपने जीवन को बेहतर रूप में जीने में बहुत मदद मिलती है।
इसका पालन करने वाले व्यक्ति में दूसरों को प्रभावित करने का अद्भुत लक्षण पाया जाता है क्योंकि ऐसा व्यक्ति जो भी शब्द कहता है उनमें सकरात्मकता की ऊर्जा होती है।
6) आयु में वृद्धि
ब्रह्मचर्य का पालन करने से व्यक्ति की उम्र बढ़ जाती है और उसके बूढ़े होने तक शरीर बिमारिओं से बचा रहता है।
ऐसे व्यक्ति के सभी अंग सही ढंग से चलते रहते है जिसकी वजह से लोग आपकी तरफ आकर्षित होते है।
ब्रह्मचर्य का पालन करने वाले व्यक्ति के अंदर वीर्य की शक्ति होती है जिसकी वजह से वह जब भी संतान उत्पन्न करता है तो उसके द्वारा उत्पन्न संतान बहुत ही ज़्यादा बुद्धि वाली, तेजस्वी और बलिष्ठ होती है।
7) ब्रह्मचर्य और आत्म नियंत्रण
ब्रह्मचर्य का पालन करने वाला व्यक्ति हमेशा आत्म नियंत्रण में रहता है। उस व्यक्ति के अंदर धैर्य होता है जिस कारण वो कोई भी काम जल्दबाज़ी में नहीं करता और गलत भी नहीं करता। जिससे उसके द्वारा किये गए सभी कार्यों के परिणाम सकरात्मक होते है।
ब्रह्मचर्य का पालन करने से व्यक्ति के अंदर समझ पैदा होती है जिससे वो अपनी विषय इन्द्रियों के बहकावे में नहीं आता और हमेशा खुद पर आत्म नियंत्रण बनाये रखता है।
8) आत्मविश्वास
ब्रह्मचर्य का पालन करने वाले व्यक्ति की सोच बहुत सकरात्मक होती है, ऐसे व्यक्ति के अंदर आत्मविश्वास भी बहुत अधिक होता है। ऐसा व्यक्ति अपनी कीमत समझता है जिसकी वजह से वह आत्मविश्वास के साथ दूसरों की नज़र में भी उठ जाता है।
9) वफ़ादारी और सम्मान
ब्रह्मचर्य का पालन करने वाले व्यक्ति हमेशा साफ़ और पवित्र मन से कार्य करते है जिसकी वजह से वह सभी व्यक्ति को इज़्ज़त देते है।
ब्रह्मचर्य का पालन करने वाले व्यक्ति के अंदर किसी भी तरह की तरह की कामवासना उत्पन्न नहीं होती है इसलिए उसके साथ स्त्री जैसी चीज़ होते हुए भी स्त्री के प्रति कोई गलत विचार मन में नहीं आते है। जिससे स्त्री की नज़र में आपकी इज़्ज़त बढ़ती है।
10) वैवाहिक जीवन
ब्रह्मचर्य का पालन करने वाला व्यक्ति हमेशा इस बात को ध्यान में रखता है कि स्त्री केवल भोग की वस्तु नहीं है इसलिए वह स्त्रियों को इज़्ज़त की नज़र से देखता है, उनका हर जगह पर ख्याल रखता है और उनसे अथाह प्रेम करता है।
ऐसे व्यक्तियों का वैवाहिक जीवन हमेशा चलता है और किसी भी प्रकार की समस्या नहीं आती है। ऐसा व्यक्ति वासना के बहकावे में आकर परायी स्त्रियों पर नज़र नहीं डालता।
11) हर काम में आनंद
ब्रह्मचर्य का पालन करने वाला व्यक्ति हमेशा आनंद में रहता है, हमेशा खुश रहता है। वो जो भी काम करता है उसे उस काम को करने में ख़ुशी मिलती है और उस काम को वह बेहतर तरीके से करता है।
12) सभी कार्यों में सक्षमता
जो भी व्यक्ति ब्रह्मचर्य का पालन करता है वो व्यक्ति अपने मन, वचन और कर्म से मज़बूत हो जाता है और जीवन में हर काम को करने में सक्षम होता है।
ऐसे व्यक्ति की एकाग्रता और इच्छाशक्ति भी बढ़ जाती है जिससे किसी भी कार्य को करने में उसे आसानी होती है, उसका मन पूरी तरह उसके नियंत्रण में रहता है।
13) शादी का डर
अत्यधिक हस्तमैथुन करने वाले व्यक्तियों में शादी को लेकर डर होता है। अत्यधिक हस्तमैथुन और पोर्न की लत के कारण वे लोग खुद को कमज़ोर कर लेते है और शादी करने से डरते रहते है।
लेकिन ब्रह्मचर्य का पालन करने वाला व्यक्ति ऐसे किसी भी तरह की शंकाओं से नहीं डरता। ब्रह्मचारी पुरुष हमेशा वीर्यवान होता है और किसी भी स्त्री को अपने चेहरे की चमक से अपनी ओर आकर्षिक कर सकता है।
14) बॉडी लैंग्वेज
ब्रह्मचर्य का पालन करने वाले व्यक्ति का शरीर आजीवन सुन्दर, सुडोल बना रहता है। ऐसे लोग पूरी ज़िन्दगी ऊर्जावान बने रहते है।
ऐसा कहा जाता है कि ब्रह्मचर्य का पालन करने वाले व्यक्तियों की शारीरिक कोशिकाएं मज़बूत होती है और ऐसा व्यक्ति हमेशा ऊर्जा से भरा हुआ रहता है।
इस कारण ब्रह्मचारी पुरुषों का शरीर कमज़ोर नहीं होता बल्कि पूरी ज़िन्दगी हष्ट पुष्ट और सुन्दर दिखाई देता है।
15) आकर्षक व्यक्तित्व
ब्रह्मचर्य का पालन करने वाले व्यक्ति ऊर्जावान तो होते ही है साथ ही ये लोग आकर्षक व्यक्तित्व के भी धनी होते है। ब्रह्मचर्य उनके व्यक्तित्व को इतना अधिक मज़बूत कर देता है कि वह किसी भी व्यक्ति पर अपनी छाप छोड़ सकता है अर्थात ब्रह्मचर्य का पालन करने वाला व्यक्ति सभी को प्रभावित कर सकता है।
16) सामाजिक जीवन में लाभ
ब्रह्मचर्य के ज़रिये व्यक्ति के शारीरक और मानसिक विकास के साथ ही सामाजिक जीवन में भी परिवर्तन आता है। ऐसा व्यक्ति शांतिप्रिय और तटस्थ रहता है अर्थात कभी भी गुस्सा, बेचैनी, व्याकुलता, जलन आदि के भाव उसके मन में नहीं रहते। इसके विपरीत उसके जीवन में दूसरों के प्रति सहानुभूति, प्रेम, ममता अधिक होती है।
इस पुरे लेख को पढ़ने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद। ऐसे ही ब्रह्मचर्य से जुड़े पोस्ट पढ़ने के लिए हमें इंस्टाग्राम – nofapzidnagi पर ज़रूर फॉलो करें।
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