
आज 2 हफ्ते पुरे हो चुके है और अब बार बार आपका दिल करेगा कि एक बार तो कर ही लेते है और ये सोचना आपके चैलेंज के टूटने का कारण बन सकता है.
आज ब्रह्मचर्य पालन का 14वां दिन है, आपको बदलाव दिख रहे होंगे या महसूस हो रहे होंगे. अगर आपने पहली बार इस लत से 14 दिन की दुरी बनाई है तो आपको बहुत ही ज्यादा अच्छा लगेगा, अपने शरीर पर से जैसे कोई भार हट गया हो ऐसा लगेगा.
साथ ही आज मेरे कोर्स में हफ्ते की मीटिंग भी होने वाली है तो अगर आप वो भी ज्वाइन ज़रूर करना चाहते हो तो रात की 9 बजे से पहले कोर्स में एनरोल कर लीजिये ताकि आप मीटिंग अटेंड कर पायें.
सुबह उर्जा महसूस होने लगेगी | ब्रह्मचर्य का 13वां दिन
खुद को कैसे रोकें ?
जब हम हस्तमैथुन और पोर्न की लत से बाहर आने की कोशिश करते है तो जितना हम इससे दूर भागने की कोशिश करते है, ये लत हमें उतना ही अपनी तरफ खींचती है. हमारा दिल करता है कि बस एक बार और कर लेते है फिर नहीं करेंगे लेकिन मन कहाँ मानता है ? उसको तो जो चीज़ पसंद है या उसे जिस काम में मज़ा आता है वो काम तो मन आपसे करवाएगा ही.
खुद को रोकने के लिए ज़रूरी है कि, आप अपनी वासना को खुद पर हावी ना होने दें. ना ही ऐसा कोई अश्लील विचार मन में रखें और ना ही ऐसा कुछ देखें. अगर आपकी इन्द्रियां आपके काबू में रहेगा तो आपका मन भी आपके काबू में रहेगा.
जब वासना हम पर हावी हो जाये तो फिर खुद को रोकना मुश्किल हो जाता है क्योंकि वीर्य के वेग को रोका नहीं जा सकता और अगर आप रोक भी लोगे तो उससे आपको कोई भी फायदा नहीं होगा. आप ये सोच रहे हो कि आप पोर्न देख लो और वीर्यनाश न करो तो वीर्य का वेग नहीं बनेगा लेकिन ऐसा नहीं है, जैसे ही आप कुछ अश्लील विचार मन में लाते हो या फिर अश्लील चीज़ देखते हो तो वीर्य का वेग मन जाता है. आप हस्तमैथुन ना भी करो तो वो nightfall या फिर पेशाब के साथ निकल ही जाएगा. तो फिर ऐसा वीर्यरक्षा का क्या फायदा ?
इसलिए मन पवित्र रखें, अश्लील विचारों से बचें और कुछ भी ऐसी चीज़ ना देखे जिससे कि वीर्य का वेग बनें और आप खुद को ना रोक पाए.
बार बार दिल क्यों करता है ?
जब किसी लत में हम सालों से फंसे होते है तो उससे निकलने में हमें मुश्किलें आती है, हमारा दिल करता है कि बस एक बार और कर लेता हूँ फिर नहीं करूँगा. ऐसा क्यों होता है ?
जब भी हम किसी लत में फंसे होते है या किसी चीज़ के आदि हो जाते है तो उस चीज़ के करने से हमारे माइंड में एक हार्मोन रिलीज़ होता है जिसे dopemine कहते है. उदाहरण के लिए आपको पोर्न और हस्तमैथुन की लत है तो जब भी आप पोर्न देखते हो या हस्तमैथुन करते हो तो आपके माइंड में वही हार्मोन रिलीज़ होता है और आपको कुछ पल के लिए अच्छा महसूस करवाता है लेकिन थोड़ी सी देर में वो हार्मोन चला जाता है और आप उस अच्छा महसूस करने के लालच में बार बार उसी लत को दोहराते रहते हो.
यही सब जुआ खेलने, सिगरेट पिने, शराब पिने, नशा करने, गुटखा खाने की लत में भी होता है क्योंकि इससे हमारे माइंड में ये dopemine हार्मोन रिलीज़ होता है और फिर हम इस लत को बार बार दोहराते रहते है. इसके बारे में आपको मेरी पोर्न फ्री ज़िन्दगी इबुक में सिखने को मिल जायेगा.
कोशिश करिये लत से बाहर आने की !!
कई सारे भाई मुझे बोलते है कि, “अब कुछ नहीं हो सकता, मेरा पूरा जीवन बर्बाद हो चूका है, इस लत के कारण मैंने ज़िन्दगी बर्बाद कर ली और अब मेरे अन्दर कुछ भी नहीं बचा, जबकि मैं हज़ारों रूपये की दवाई खा चूका हूँ.”
मैं ऐसे भाई की मदद ही नहीं कर सकता जो ये मानने को तैयार नहीं है कि अब भी बदलाव आ सकता है. जब तक आप खुद ये बात नहीं मानोगे तब तक बदलाव नहीं आ सकता. आपके अन्दर अमीर बनने की काबिलियत है, लेकिन अगर आप ये मानोगे ही नहीं कि आप अमीर बन सकते हो तो आप अमीर बनने के लिए मेहनत ही नहीं करोगे और कभी अमीर बन भी नहीं पाओगे क्योंकि आप यही मानते हो.
उसी तरह अगर आप इस लत से बाहर आकर अपने शरीर को मज़बूत बनाना चाहते हो तो ये हो सकता है लेकिन जब तक आप मानोगे नहीं तब तक मेरा कोर्स या मैं खुद आपकी कोई मदद नहीं कर सकते. हाँ लेकिन अगर आप मान लो और खुद पर और मेरी बातों पर भरोसा करो तो आप इस लत से निकलकर सच में अपने शरीर को मज़बूत और बेहतर बना सकते हो.
इसलिए एक बार कोशिश करो कि जो ये चैलेंज चल रहा है उसे पूरा करो और अगर अब तक कोई चैलेंज नहीं लिया है तो आज और अभी एक चैलेंज लो और अपने जीवन को बेहतर बनाने के लिए अनुशासन के साथ ब्रह्मचर्य पालन की शुरुआत करो दो.
अगर आपने ये पोस्ट पूरी पढ़ी है और आप अपने जीवन को बदलने के लिए तैयार है तो इस पोस्ट की कमेंट में yes ज़रूर लिख देना. कल मिलते है एक और नई पोस्ट के साथ………………
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