ब्रह्मचर्य का पालन करना क्यों ज़रूरी है | 8 ज़रूरी कारण

ब्रह्मचर्य
Please Share With Your Friends.....

ब्रह्मचर्य या युं कहे वीर्यरक्षा, हम सभी ये बात जानते है कि ब्रह्मचर्य ना सिर्फ हमारे तन को शुद्ध रखता है बल्कि इससे हमारा मन भी शुद्ध होने लगता है।

हम जब जवानी में होते है तो दुनिया में जितनी भी बुरी आदतें, बुरी संगत और बुरी वासनाएं हमें अपनी ओर आकर्षित करती रहती है जिससे बचने के लिये ब्रह्मचर्य का पालन करना बहुत ही ज्यादा जरूरी हो जाता है।

आज की पोस्ट में हम बात करने वाले है कि ऐसे क्या कारण है जिनके लिये ब्रह्मचर्य का पालन करना बहुत ही ज्यादा जरूरी हो जाता है।

यह भी ज़रूर पढ़ें – कामवासना से कैसे बचें ? कामवासना से बचने के सरल उपाय क्या है ?

ब्रह्माचर्य का पालन क्यों करें ?

1) नियंत्रण

जब हम ब्रह्माचर्य का पालन करते हैं तो हमारा मन हमारे नियंत्रण में आने लगता है।
यानि कि ब्रह्माचर्य के कारण अब हम अपनी वासना के गुलाम नहीं रह जाते और हम अपने मन को ऐसे कामों से हटाकर किसी सतकर्म या किसी ढंग के काम में लगा पाते है।

2) स्वस्थ शरीर

जो लोग जवानी में ही ब्रह्माचर्य को अपना लेते हैं उनका शरीर मजबुत और स्वस्थ रहता है। ऐसे पुरुषो का शरीर बार बार बिमारी की चपेट में नहीं आता और ना ही ये लोग बार बार बिमार होते है।
इनका शरीर नियमित व्यायाम के कारण मजबुत होता जाता है।

3) मनोबल

जो लोग बहुत ज्यादा विर्यनाश करते है, ऐसे लोगों का मनोबल और आत्मविश्वास दोनों गिरने लगते है। ये लोग थोड़ी बहुत असफलता देखकर ही हार मान लेते है और हमेशा खुद को हारा हुआ ही समझते है।

वहीं जो लोग ब्रह्माचर्य का पालन करते है तो ऐसे लोगों का मनोबल और आत्मविश्वास बाकि लोगों से ज्यादा होता है। ये लोग आसानी से हार नहीं मानते और इन लोगों को जीवन में सफलता भी आसानी से मिल जाती है।

ऐसे लोग जो इतना मुश्किल काम यानि वीर्यरक्षा करते है तो इनके लिये बाकि कामों को करना तो बहुत ही ज्यादा आसान हो जाता है।

यह भी ज़रूर पढ़ें – Nowaste Challenge क्या है ? Nowaste Challenge कैसे पूरा किया जाता है ? Nowaste Challenge के नियम और फायदे ?

4) एका्रगता

ऐसे लोग जो ब्रह्माचर्य का पालन करते है उनकी एकाग्रता वीर्यनाश करने वाले लोगों से ज्यादा होती है। ये लोग इस दुनिया के मायाजाल में नहीं फंसते और हमेशा अपने लक्ष्य और सत्कर्म में ही एकाग्रचित होकर ध्यान लगाते है।

5) कार्यपुर्णता

ब्रह्माचर्य का पालन करने वाला व्यक्ति किसी भी काम को पूरा कर सकता है। उसके अन्दर उस काम को करने का आत्मविश्वास होता है और फिर यही आत्मविश्वास उस काम को पूरा करने में उसकी मदद करता है।

6) निडर

ऐसा व्यक्ति जो ब्रह्माचारी है वो किसी भी छोटी मोटी चीज़ से नहीं डरता, ऐसा व्यक्ति असफलताओं से नहीं डरता। ब्रह्माचर्य का पालन करने वाले व्यक्ति वीर्य की उर्जा के कारण निडर होते जाते है।

7) मानसिक क्षमता

जो लोग बहुत ही ज्यादा वीर्यनाश करते है ऐसे व्यक्तियों का मानसिक विकास सही से नहीं हो पाता। ऐसे लोग बस पोर्न और वासना से भरी चीज़ो में ही उलझ कर रह जाते है और जिन्दगी में आगे नहीं बढ़ पाते है।

जबकि वो लोग जो ब्रह्माचर्य का पालन करते है ऐसे लोगों का मानसिक विकास अच्छे से हो पाता है, ऐसे लोगों की मानसिक क्षमता वीर्यनाश करने वाले लोगों से ज्यादा होती है।

8) शुद्धिकरण

अगर आप जवानी में भटकना नहीं चाहते और अपने मन को वासना से दूर और शुद्ध रखना चाहते है तो आपके लिये ब्रह्माचर्य का पालन करना बहुत ही ज्यादा जरूरी होता है।
ब्रह्माचर्य आपके तन और मन दोनों को शुद्ध कर देता है।

मैं उम्मीद करता हुं कि आपको ये पोस्ट पसंद आई होगी और अगर पसंद आये तो अपने सभी दोस्तों के साथ इस पोस्ट को शेयर जरूर करना। हमसे जुड़ने के लिए इंस्टाग्राम पर फॉलो ज़रूर करें।


Please Share With Your Friends.....

2 Trackbacks / Pingbacks

  1. सभी फालतू बातें भूल जाओ | Nowaste Army Challenge Day 8 - Nowaste Zindagi
  2. धैर्य कैसे बढाएं | Nowaste Army Challenge Day 15 - Nowaste Zindagi

Leave a Reply

Your email address will not be published.


*