
पछतावा होना जीवन के सबसे बड़े दुखो में से एक है, जब आप 13 14 साल की उम्र में होते हो और जवानी शरीर में फुट रही होती है तब जाने अनजाने हम कुछ ऐसे गलत रास्तों पर चले जाते है जिसका पछतावा हमे पूरी ज़िन्दगी भुगतना पड़ता है.
ब्रह्मचर्य का पहला दिन | मुश्किल से भरा रास्ता …
अपनी इन्द्रियों पर काबू ना होने के कारण हम इस उम्र में हस्तमैथुन और सम्भोग के दीवाने हो जाते है, इस उम्र में ना ज़िम्मेदारी होती है और ना ही किसी बात की चिंता इसीलिए जो चीज़ हमारे मन को आनंद दे उसी के पीछे हम पागल हो जाते है.
इन्हीं आनंद में से एक आनंद है हस्तमैथुन या फिर सम्भोग, ज्यादातर लड़के कम उम्र में ही हस्तमैथुन के आदि हो जाते है और 18 की उम्र तक आते आते अपनी जवानी को अपने ही हाथों से बर्बाद कर लेते है, उन्हीं के लिए ब्रह्मचर्य पालन वरदान के स्वरूप है. अगर आप इस लत से बाहर आना चाहते है तो इस कोर्स का सहारा ले सकते है
क्या होगा दुसरे दिन
जब आप इस लत में कई साल से फंसे हुए होते हो तो आपके लिए इस लत से बाहर आना थोडा मुश्किल हो जाता है क्योंकि शरीर को अब वीर्यनाश की आदत लग चुकी है. लेकिन अगर हमने दृढ़ संकल्प लिया है और अगर हम अपने जीवन को सुधारना चाहते है तो कोई भी चीज़ नामुमकिन नहीं होती.
दुसरे दिन आपके मन में फिर से वीर्यनाश के विचार आने लगेंगे, आपका मन फिर से हस्तमैथुन और पोर्न की लत के पीछे भागने लगेगा. अगर आपको रात में पोर्न देखकर वीर्यनाश करने की आदत है तो रात होते ही फिर से आपके मन में वीर्यनाश के विचार आने लगेंगे. आपका मन आपको तरह तरह के बहाने देकर फिर से पोर्न और अश्लीलता की दुनिया में ले जाने की पूरी कोशिश करेगा.
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हम सुख के पीछे भागते है
ये हम इंसानों की फितरत है कि हम सुख के पीछे भागते है और इसी कारण जब हमे किसी चीज़ की लत लग जाये और हम उसे छोड़ने की कोशिश करे तो हमें जीवन में उदासी आने लगती है, हमें किसी और काम में मन नहीं लगता, दुनिया बुरी लगती है. इसलिए उस क्षणिक सुख को पाने के लिए हम फिर से उसी लत को दोहराते रहते है लेकिन कोई भी हमें ये समझाने वाला नहीं होता कि ये जो सुख हम अनुभव कर रहे है ये असल नहीं है बल्कि बस एक भ्रम है.
आप सुख के लालच में पोर्न और हस्तमैथुन करते हो लेकिन जैसे ही आप कर लेते हो आपकी सारी ख़ुशी गायब हो जाती है, आपको पछतावा होने लगता है कि आपने फिर से ये कर लिया और यही चीज़ आप बार बार दोहराते रहते हो.
कामवासना आये तो क्या करें ?
आप अगर सच में ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहते हो तो आपको उदासी से गुजरना पड़ेगा, हो सकता है आपको बार बार अपने कामवासना के विचार आये कि, “यार, एक बार करके देख लेता हूँ” लेकिन आपको खुद पर नियंत्रण रखना है और इन नियमों का पालन करना है –
- जब भी कामवासना के विचार आये तो अकेले नहीं रहना है
- अश्लील चीज़े नहीं देखना है और ना ही सोचना है
- कामवासना हावी हो तो ठंडे पानी से अपनी मुतेंद्रिय को धोना है
- सर पर ठंडा पानी डालना है
- घर से बाहर निकल जाओ तो ज्यादा बेहतर है
जितना ज्यादा आप उस कामवासना के विचार को अपने ऊपर हावी होने दोगे, उतना ही वो विचार आप पर हावी होगा और आप जाने या अनजाने में अपने चैलेंज को तोड़ लोगे इसलिए इस चीज़ से बचने के लिए आपको इन नियमों का पालन करना ज़रूरी है.
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पछतावा करना समस्या का हल नही है
आखिर में हमारे पास पछतावे के सिवा कुछ नहीं बचता, हम अपनी किस्मत पर रोते है, अपने बुरी आदतों पर रोते है, पिछले कुछ सालों में जो गलत काम कर लिए उस पर रोते है लेकिन रोने से ज़िन्दगी नहीं बदलती और ना ही इस तरह हम अपने आने वाले कल को बदल सकते है.
अब जो हो चूका उसे हमें भूलना ही पड़ेगा और एक नई ब्रह्मचर्य की शुरुआत के ज़रिये अपने जीवन को बदलने और बेहतर बनाने की राह पर लेकर जाना होगा. हम अगर ऐसा करेंगे तो यकीनन हमारा भविष्य बेहतर हो सकता है.
हम इस लत को छोड़ सकते है, खुद को फिर से मज़बूत और आकर्षक बना सकते है, फिर से अपने चेहरे पर चमक और तेज ला सकते है, फिर से अपने अन्दर 13 14 साल की उम्र में जो उर्जा थी वो वापस ला सकते है बस हमें कुछ महीने धेर्य के साथ अपनी जवानी की उर्जा की रक्षा करनी होगी और वो भी पुरे अनुशासन के साथ.
पचतावा बनाम चिंता
अत्यधिक पोर्न और हस्तमैथुन की लत के कारण बर्बाद होने के बाद हमें पछतावा ज़रूर होता है और इस पछतावे के कारण हम चिंता में चले जाते है कि अब मेरी वैवाहिक ज़िन्दगी का क्या होगा ? मैं शादी कैसे करूंगा ? मैं अपनी पत्नी को संतुष्ट कैसे करूंगा ? ये सभी सवाल चिंता का कारण बनते है और अच्छे खासे जवान लड़के को तनाव में देते है.
अब आपके पास एक सहारा है ब्रह्मचर्य पालन का जिसके सहारे आप इस पछतावे वाली ज़िन्दगी से बाहर आ सकते हो, अगर आपका आज दूसरा दिन है तो कुछ दिनों में 20 भी होगे और कुछ महीनों में 200 भी होगा और जब आप 200 तक पहुचोगे तो आपकी ये चिंता लगभग खत्म हो चुकी होगी, इस बात पर भरोसा रखोगे तो यकीनन आपका जीवन बदल जायेगा.
खुद को व्यस्त रखो
आज दूसरा दिन है और आपके मन में बार बार हो सकता है कामवासना के विचार आये लेकिन आपको अगर इस चैलेंज में जितना है तो जितना हो सके खुद को सही कामों में व्यस्त रखो, कोई नया हुनर सिखने में अपना समय दो और अपने जीवन को बेहतर बनाने के लिए जितनी आप मेहनत कर सकते हो करो. क्योंकि आखिर में आपके पास यही हुनर होगा जो आपके जीवन में आर्थिक मदद करेगा. पछतावा आपके जीवन को नहीं बदल सकता.
ये तो सोचना ही नहीं है कि मैंने जो वीर्यनाश किया है उससे मुझे आगे क्या समस्या होने वाली है क्योंकि जितना ज्यादा आप सोचोगे आपका मन उतना ही आपको चिंता में डालेगा और फिर से आप उसी लत में फंस जाओगे जिससे आप निकलना चाहते हो इसलिए सोचो कम और काम ज्यादा करो, खुद को सही कामों में व्यस्त रखो.
अगर आप ऐसा करोगे तो यकीनन आपके लिए ब्रह्मचर्य का पालन तो आसान होगा ही, आपके लिए इस लत से बाहर आना भी आसान हो जायेगा.
कल मिलते है फिर से एक नई पोस्ट के साथ…..
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Bahut badhiya
Bhai Aaj Mera pehla din tha aaj Mane apne aap ko control 🛂 kar liyahai