गलती एक और पछतावा ज़िन्दगी भर | ब्रह्मचर्य का छठा दिन

Please Share With Your Friends.....

हम जीवन में गलती एक बार करेंगे और फिर उसका पछतावा हमें ज़िन्दगी भर होता है, लोग हमें उस गलती के लिए ताने मारते है, बातो बातो में मजाक बनाते है और किसी ना किसी तरीके से उस गलती के कारण हमें निचा दिखाने की कोशिश करते रहेंगे.

आज ब्रह्मचर्य पालन का छठा दिन है और आज आपको ये चीज़ सीखना बहुत ज़रूरी है कि जवानी के लालच में हम कुछ ऐसी गलतियाँ कर बैठते है जिसका पछतावा हमें पूरी ज़िन्दगी होता है.

सबसे पहले तो आपको मैं बता दूँ कि अगर आप हस्तमैथुन और पोर्न की लत को छोड़ना चाहते है तो आप हमारे इस कोर्स का सहारा ले सकते है – https://courses.nowastezindagi.in/life-changing-course/

गलती नंबर 1

फिर से शुरू कर लूँगा ही भटकाव है | ब्रह्मचर्य का पांचवा दिन

अक्सर जवानी में हम इतनी ज्यादा जवानी से भरे होते है कि हमारे मन में कामुकता बहुत ही ज्यादा हावी होता है और हम बार बार हस्तमैथुन कर करके, पोर्न देख देख कर अपने पुरे शरीर और दिमाग को बर्बाद कर लेते है जिससे शादी की उम्र तक आने तक हम पूरी तरह से खत्म हो चुके होते है और फिर शादी के नाम से भी हमें डर लगने लगता है.

ऐसा मेरे साथ भी हो चूका है और 2017 मेरे लिए किसी श्राप की तरह गुज़रा है लेकिन मैंने वीर्यरक्षा और वर्कआउट का सहारा लिया और कुछ ही महीनों में मेरा जीवन फिर से बेहतर हो गया लेकिन फिर भी अगर मैं ये गलती ना करता तो शायद मेरा जीवन कुछ और होता. हालाँकि मैं पूरी तरह से अब स्वस्थ हूँ और शादी का मेरे मन में कोई डर नहीं है और मेरे अन्दर आत्मविश्वास है कि मैं एक बेहतर शादीशुदा ज़िन्दगी जी सकता हूँ लेकिन फिर भी मैं मानता हूँ कि मुझे जवानी में अत्यधिक हस्तमैथुन नहीं करना था.

जवानी ऐसी ही होती है, हम भटक जाते है और फिर जब अत्यधिक हस्तमैथुन के असर हमारे शरीर पर साफ़ दीखते है, हम कमज़ोर और बिलकुल सुखा शरीर लेकर घूमते है तो हमारे दोस्त ही हमारा मजाक बनाते है और हमे मुट्ठल कह कर चिडाते है. इसमें गलती उनकी नहीं हमारी है जो हमने इस बुरी लत को हम पर हावी होने दिया.

अगर आप इस लत में फंस रहे हो तो ये आपके पास अभी अच्छा मौका है इससे बाहर निकलने का. हमारे कोर्स का सहारा लीजिये.

गलती नम्बर 2

कुछ कामुक स्त्रियाँ अपनी हवस को मिटाने के लिए जवान लडकों का सहारा लेती है और ये जवान लड़के जवानी के बहकावे में आकर इन कामुक स्त्रियों के मोह में फंस जाते है और अपनी अच्छी खासी ज़िन्दगी इनकी हवस को मिटाने में बर्बाद कर लेते है.

ऐसे लड़कों की जवानी, समय, उर्जा, पैसा और करियर उनकी हवस के कारण बर्बाद हो जाती है और फिर आखिर में वो कामुक स्त्री अपनी ज़रूरत के लिए फिर से किसी नए लड़के को फसा लेती है और इस बर्बाद हुए लड़के को पूरी तरह धिक्कार कर ज़िन्दगी से निकाल देती है.

जब उस लड़के को होश आता है तो बहुत देर हो चुकी होती है और उसे अपनी गलती का अहसास होता है कि, “हाय, ये मैंने क्या कर डाला ?” कई बार ऐसा भी होता है कि मोहल्ले वालों को या घरवालों को पता चल जाता है जिससे हमारी इज्ज़त घर परिवार में भी कुछ नहीं रहती.

इसीलिए ऋषि मुनि, नींद-नशा-और नारी से दूर रहने की सलाह देते है, औरत का मोह अच्छे खासे लक्ष्य वाले युवा को बर्बाद कर डालता है. मुझे ये गलती का अहसास 1 साल बाद हुवा अगर आप इस तरह की गलती कर रहे हो तो अभी रुक जाओ यकीनन आपके लिए यही फायदेमंद रहेगा.

गलती नंबर 3

मुझे लगता है कि मैं 2023 और 2024 और 2025 के 4 महीनों में मैंने जितनी मेहनत की है उससे कई गुना ज्यादा मेहनत कर सकता था, मैं जानता हूँ कि मेरा ये कोर्स युवाओं को हस्तमैथुन और पोर्न की लत से छुटकारा दिला सकता है लेकिन फिर भी मैंने आलस किया और इस कोर्स को ज्यादा परेशां लोगों तक नहीं पंहुचा पाया. ये मेरी सबसे बड़ी गलती है.

कई सारे भाई जो मेरा कोर्स पढ़ते है वो यही कहते है कि, “काश भाई आप हमें थोडा जल्दी मिल गए होते” तब मुझे अपने आलस पर पछतावा होता है कि मुझे और ज्यादा लोगों तक इस कोर्स को पंहुचा देना था ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इस कोर्स से हस्तमैथुन और पोर्न की लत से छुटकारा पा सकते.

आपको खुद को भी ये अहसास ज़रूर होता होगा कि अगर आपने इन बीते सालों में आलस ना किया होता तो आज आपकी ज़िन्दगी कुछ और होती, आपके पास कोई अच्छा हुनर होता, कमाई का अच्छा जरिया होता, आपकी बॉडी मज़बूत और आकर्षक होती अगर आपने आलस न किया होता तो.

अंत में

बाद में हमारे पास पछतावे के सिवा कुछ भी नहीं बचता और हमें गलती का अहसास होता है लेकिन बाद में रोने से अच्छा है कि आप अभी ही खुद को सुधार लो और इन गलतियों से खुद को बचा लो क्योंकि आखिर में आपको फिर रोना ही पड़ेगा लेकिन रोने से ज़िन्दगी नहीं बदलेगी.

एक बार जो ये चैलेंज चल रहा है उसको पूरी शिद्दत के साथ और अनुशासन के साथ पूरा करो यकीनन आपकी ज़िन्दगी बदल जायेगी.

कल मिलते है एक और नई पोस्ट के साथ.


Please Share With Your Friends.....

1 Trackback / Pingback

  1. समय को अहमियत दो | ब्रह्मचर्य का सातवाँ दिन - Nowaste Zindagi

Leave a Reply

Your email address will not be published.


*